नई दिल्ली: साल 2019 में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई सुधार हुए लेकिन आंकड़े बताते हैं कि अभी इस क्षेत्र में काफ़ी काम होना बाकी है। देश में पांच साल से कम उम्र के 35% बच्चों का क़द उनकी उम्र के हिसाब से कम है, 33% बच्चों का वज़न कम है, 17% बच्चों का वज़न उनकी लंबाई के हिसाब से कम है और 41% बच्चे अनीमिक हैं। इस मॉनसून में बिहार में दिमाग़ी बुख़ार से 162 बच्चों की मौत हो गई। इस साल कुपोषण के मामलों में कमी ज़रूर आई लेकिन फिर भी ग्लोबल हंगर इंडेक्स के 117 देशों की लिस्ट में भारत का स्थान 104 पर रहा। 2019 में कैसी रही देश की स्वास्थ्य व्यवस्था, देखिए इस रिपोर्ट में।

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नई दिल्ली: साल 2019 में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई सुधार हुए लेकिन आंकड़े बताते हैं कि अभी इस क्षेत्र में काफ़ी काम होना बाकी है। देश में पांच साल से कम उम्र के 35% बच्चों का क़द उनकी उम्र के हिसाब से कम है, 33% बच्चों का वज़न कम है, 17% बच्चों का वज़न उनकी लंबाई के हिसाब से कम है और 41% बच्चे अनीमिक हैं। इस मॉनसून में बिहार में दिमाग़ी बुख़ार से 162 बच्चों की मौत हो गई। इस साल कुपोषण के मामलों में कमी ज़रूर आई लेकिन फिर भी ग्लोबल हंगर इंडेक्स के 117 देशों की लिस्ट में भारत का स्थान 104 पर रहा। 2019 में कैसी रही देश की स्वास्थ्य व्यवस्था, देखिए इस रिपोर्ट में।