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18,452 बसने योग्य गांवों, जहां सरकार ने बिजली देना निर्धारित किया था उनमें से कम से कम 78 फीसदी ' विद्युतीकृत' हुए हैं। हालांकि, 10072 नव विद्युतीकृत गांवों के 92 फीसदी ऐसे घर हैं जहां बिजली नहीं है।

21 अगस्त, 2016 को सरकार ने यह कहने के लिए एक अद्यतन जारी किया कि भारत में शेष 18,452 अविद्युतीकृत गांवों का विद्युतीकरण करने के मिशन के हिस्से के रुप में पिछले हफ्ते 28 गांव ' विद्युतीकृत ' किए गए हैं (15 - 21 वीं अगस्त , 2016)।

पिछले हफ्ते, मार्च 2017 तक लक्ष्य समाप्ति की राह पर प्रति सप्ताह औसतन 252 गांवों के विद्युतीकरण किए जाने के रुप में, सरकार कोटे में चूकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्य 1000 दिनों किया गया था; लाइव उद्दिनांकित की गई सरकार की वेबसाइट कहती है कि समय सीमा मार्च 2017 है, जो कि सिर्फ 200 दिन दूर है।

पिछले चार हफ्तों में, औसतन, प्रतिदिन कम से कम 34 गांवों का विद्युतीकरण किया गया है ताकि परियोजना समय पर अपने लक्ष्य तक पहुंच पाए।

विद्युतीकरण की प्रक्रिया पर अब बारीकी से , ग्राम विद्युत अभियंता ( जीवीए) द्वारा नजर रखी जा रही है; मासिक लक्ष्य तक पहुंचना है और एक 12- चरण विद्युतीकरण प्रक्रिया स्थापित किया गया है।

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योजना को सफल बनाने के लिए सभी 12 चरणों को 18,452 गांवों में पूरा किया जाना चाहिए – कुल 221,424 जो परियोजना की महत्वपूर्ण घटना है। सरकारी वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, इनमें से, 57 फीसदी या 126116 हासिल किया जा चुका है।

हासिल किए गए 32 फीसदी महत्वपूर्ण घटनाएं, 12- चरण विद्युतीकरण की प्रक्रिया के अंतिम चार चरणों में हैं ; 35 फीसदी केवल पहले चार चरणों में हैं। केवल 8 फीसदी विद्युतीकरण के अंतिम चरण, ' गांवों को सौंपने' पर है है, जो बिंदु जब गांव का विद्युतीकरण किया जाना कहते है।

हालांकि,इन गांवों का ' विद्युतीकृत होगा कहने का यह मतलब नहीं कि सभी निवासी बिजली का मजा ले पाएंगे, जैसा कि FactChecker ने 2015 में बताया है। वास्तव में, विद्युत मंत्रालय द्वारा किसी भी गांव को विद्युतीकृत घोषित करने के लिए केवल 10 फीसदी घरों में बिजली होने की आवश्यकता है।

उन घरों में जहां सही मायने में विद्युतीकरण हुआ है वहां अक्सर बिजली की गुणवत्ता एक मुद्दा है। ग्रामीण उत्तर प्रदेश में तीन-चौथाई विद्युतीकृत घरों में दिन में 12 घंटे से भी कम बिजली प्राप्त होता है, जैसा कि इंडियास्पेंड ने अक्टूबर 2015 में विस्तार से बताया है।

विद्युत मंत्रालय का 22 अगस्त का अद्यतन कहता है, 15 अगस्त को प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के देश को संबोधित करने की दृष्टि से विद्युतीकरण पूरा करने के लिए सरकार "मिशन मोड" पर जाने के का संकल्प लिया गया है। देश को संबोधित करते हुए मोदी ने नगला फटेला , उत्तर प्रदेश के एक गांव का विद्युतीकरण होने का उद्हारण दिया है लेकिन तब तक वहां के लोगों को वैध रुप से बिजली प्राप्त होने ही सूचना नहीं मिली थी।

(मुलुनी एक मल्टीमीडिया पत्रकार है और उन्होंने बर्मिंघम , ब्रिटेन के विश्वविद्यालय से बीए (ऑनर्स) की डिग्री ली है।)

यह लेख मूलत: अंग्रेज़ी में 23 अगस्त 2016 को indiaspend.com पर प्रकाशित हुआ है।

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