प्रवासी पक्षियों के शिकार के लिए कुख्यात ओडिशा का मंगलाजोड़ी कैसे कर पाया उनके संरक्षण की शुरुआत
2002 में मंगलाजोड़ी के 12 खूंखार शिकारियों को घुटनों तक पानी में खड़ा कर स्थानीय देवी माँ कालीजाई (गांव की कुल देवी) के नाम की शपथ दिलवा कर शिकार...
2002 में मंगलाजोड़ी के 12 खूंखार शिकारियों को घुटनों तक पानी में खड़ा कर स्थानीय देवी माँ कालीजाई (गांव की कुल देवी) के नाम की शपथ दिलवा कर शिकार...
पल्हारा, ओडिशा: 15 अगस्त 2019 की सुबह, जब सारा देश आज़ादी का जश्न मना रहा था तब ओडीशा के जयपुरा गांव के 70 लोग चासागुरुजंग गांव के एक छोटे से...