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जैसा कि कैलिफोर्निया, अमरिका का सबसे अमीर राज्य, फ्रांस और ब्राजील को पीछे छोड़ते हुए विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, ब्लूमबर्ग के इस विश्लेषण के अनुसार, भारत के साथ तुलना करने पर पता चलता है कि कैलिफोर्निया में भारत की 3 फीसदी आबादी है लेकिन भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 125 फीसदी है।

कैलिफोर्निया, जो नवाचार और प्रौद्योगिकी का विद्युतगृह है, वहां 39 मिलियन (या 390 लाख) की आबादी है; यह संख्या भारत के राज्य ओडिशा की आबादी की तुलना में कम है, ओडिशा की आबादी 41 मिलियन (या 410 लाख) है। 1.58 ट्रिलियन डॉलर (105 लाख करोड़ रुपए) की सकल घरेलू उत्पाद के साथ कैलिफोर्निया के बाद टैक्सास का स्थान है – इसकी 2.1 फीसदी आबादी के साथ भारत के वर्तमान सकल घरेलू उत्पाद का 79 फीसदी है।

यह आंकड़े कुछ परिप्रेक्ष्य की पेशकश करते हैं जैसा की भारत की अर्थव्यवस्था - 2 ट्रिलियन डॉलर (134 करोड़ लाख रुपए) के सकल घरेलू उत्पाद के साथ 2015 में आठवें स्थान पर है - ब्राजील, ब्रिटेन , फ्रांस, जर्मनी के पार जाने का अनुमान है एवं 7.3 ट्रिलियन डॉलर (489 लाख करोड़ रुपए) की जीडीपी के साथ 2030 में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है। यह जानकारी, 2015 की अमरिकी सरकारी आंकड़ों पर इंडियास्पेंड द्वारा किए गए विश्लेषण में सामने आई है।

इन 15 वर्षो में, चीन की सकल घरेलू उत्पाद, दोगुना हो कर 18.8 ट्रिलियन डॉलर (1,260 लाख करोड़ रुपए) प्रक्षेपित है - मौजूदा आकार से दोगुना से भी अधिक - अमेरिका के साथ अंतर को संकीर्ण करने में सहायक है, एवं अमेरिका प्रक्षेपण के अनुसार 2030 में इसकी जीडीपी 23.8 ट्रिलियन डॉलर (1,595 करोड़ लाख रुपये) होना चाहिए।

अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने 2006 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की एक चौथाई बनाई है, 2015 में 23 फीसदी और 2030 तक एक पांचवां होगा। विश्व में भारत के सकल घरेलू उत्पाद का हिस्सा लगभग दोगुना होगा - 2015 में 3.18 फीसदी से 2030 में 6.21 फीसदी तक।

जून 2016 में, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जैसे विकास में तेजी लाने के लिए सरकार सुधारी एजेंडों में कदम बढ़ाएगा "कुछ वर्षों में" भारतीय अर्थव्यवस्था दोगुना से भी अधिक, 5 ट्रिलियन डॉलर तक होगी।

अमेरिका प्रक्षेपण कहता है कि 2025 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर के निशान को पार कर जाएगा।

अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आकार और शक्ति का उदाहरण देकर स्पष्ट करने के लिए, अमरिका के अलग-अलग राज्यों की जीडीपी की भारत के जीडीपी के साथ तुलना की है, आकार को इंगित करने के लिए जिससे भारत धन और उत्पादकता के संबंध में अमरिका से पीछे है, आबादी कारक को लेकर तुलना की गई है। यह अंतराल, भारत के भविष्य के विकास के लिए संभावना भी इंगित करता है।

2030 के लिए जीडीपी और वैश्विक जीडीपी शेयर अनुमान

Source: United States Department of Agriculture, Economic Research Service

महाराष्ट्र की जीडीपी, भारत का सबसे अमीर राज्य = कनेक्टिकट का जीडीपी, अमरिका 23वां अमीर राज्य

2.5 ट्रिलियन डॉलर (168,000 करोड़ रुपए) के जीडीपी के साथ, 2015 में कैलिफोर्निया, - सबसे अधिक आबादी वाला राज्य भी - अमेरिका में किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक नौकरियों का सृजन हुआ है, दूसरी और तीसरी सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्यों, फ्लोरिडा और टेक्सास की संयुक्त संख्या से भी अधिक। दुनिया के 10 सबसे बड़ी कंपनियों में से चार कैलिफोर्निया में आधारित हैं।

अमरिका के टॉप 10 राज्य और भारत

Source: Bureau of Economic Analysis, US Department of Commerce

काफी कम लोगों की संख्या के साथ, अमरिकी राज्यों की अर्थव्यवस्थाएं न केवल अमीर हैं बल्कि भारतीय राज्यों की तुलना में अधिक उत्पादक हैं।

0.26 ट्रिलियन डॉलर (करोड़ 18 लाख रुपए) की जीडीपी के साथ, महाराष्ट्र, भारत का सबसे अमीर राज्य है। इसके बाद तमिलनाडु (0.17 ट्रिलियन डॉलर, 11.2 लाख करोड़ रुपए) और उत्तर प्रदेश ( 0.16 ट्रिलियन, 10.4 लाख करोड़ रुपए) का स्थान है।

महाराष्ट्र का जीडीपी कनेक्टिकट के बराबर है, जो कि जीडीपी के अनुसार अमेरिका में 23 वें स्थान पर है। महाराष्ट्र का क्षेत्र 21 गुना बड़ा है और कनेक्टिकट की तुलना में आबादी 31 गुना अधिक है।

तमिलनाडु, दूसरा सबसे अमीर राज्य, का जीडीपी आयोवाके बराबर है, जोकि अमेरिका का 30 वां सबसे अमीर राज्य है।

टॉप 10 भारतीय राज्यों का जीडीपी, और अमरिका के समान राज्य

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Figures in Trillion USDSource: Ministry of Statistics & Programme Implementation, Bureau of Economic Analysis, US Department of Commerce

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) 2015 की इस रिपोर्ट के अनुसार, आर्थिक रूप से उदास वैश्विक परिदृश्य में, भारतीय अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल बिंदू है और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।

प्रमुख क्षेत्रों में सुधारों पर बल देते हुए आईएमएफ की रिपोर्ट कहती है व्यापार माहौल में सुधार के लिए भारत सरकार के प्रयासों को गति प्राप्त हुई है। इनमें शामिल हैं:

  • ऊर्जा, खनन और बिजली क्षेत्र में आ रही बाधाओं को संबोधित करना।
  • भारत के बंद प्रमुख बुनियादी ढांचा अंतराल की सहायता के लिए निवेश बढाना।
  • भूमि अधिग्रहण और पर्यावरण मंजूरी को सरल बनाना।
  • खाद्यान्न खरीद, वितरण, और भंडारण में अधिक से अधिक क्षमता सुनिश्चित करने के लिए कृषि क्षेत्र में सुधार।

नोट:

1. भारतीय राज्य GDPs के लिए आधार वर्ष 2010-11 है, करोड़ रुपये में है; अमेरिकी राज्यों के लिए आधार वर्ष है, अमरिकी डॉलर।

2. अमेरिकी डॉलर में भारतीय राज्यों के जीडीपी को परिवर्तित करने के लिए हमने 1 डॉलर = 67 रुपये की विनिमय दर में माना है।

3. मुद्रा के उतार चढ़ाव या आधार वर्ष में परिवर्तन के कारण जीडीपी के वास्तविक आंकड़े भिन्न हो सकते हैं लेकिन प्रवृति काफी हद तक समान है।

(साहा दिल्ली स्थित स्वतंत्र पत्रकार है।)

यह लेख मूलत: अंग्रीज़ी में 25 जून 2016 को indiaspend.com पर प्रकाशित हुआ है।

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