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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए एक स्थिर बजट पेश किया है, और वित्तीय वर्ष 2015-16 में राजकोषीय घाटे का अनुमान 3.9% लगाया है।

हालाँकि जहाँ 2014-15 में सरकार के लिए राजस्व प्राप्ति 11,26,294 करोड़ रुपये से मामूली वृद्धि की संभावना के साथ केवल 11,41,575 करोड़ रुपये तक होने की संभावना है , जबकि कुल व्यय 16,81,158 करोड़ रुपये से 5.7% की बढ़त के साथ 17,77,477 करोड़ रुपये होने की संभावना है ।

नियोजित व्यय , जो परिसम्पत्ति में वृद्धि और रोज़गार के अवसर पैदा करता है, में 4,67,934 करोड़ रुपये से 4,65,277 करोड़ रुपये की मामूली गिरावट होगी।

2014-15 में रक्षा व्यय में 10.95% की वृद्धि होगी, अनुमानित व्यय 2,22,370 करोड़ रुपए से 2,46,727 करोड़ रुपये तक बढ़ जाएगा।

स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रिय परियोजना, के लिए धन, प्रस्तावित 2% उपकर (सीइएसएस या सेस) के द्वारा आवंटित किया जाएगा, जो सभी या कुछ ही विशेष सेवाओं पर लगेगा, यह बाद में तय किया जाएगा ।

चालू वित्त वर्ष में अवसंरचनाओं पर व्यय में 70,000 करोड़ रुपये से वृद्धि हो जाने की संभावना है।

Category2012-132013-142014-15 (Revised)2015-16 (Budget)
Revenue Receipts879232101472411262941141575
Capital Receipts531140544723554864635902
Non-plan Expenditure996747110612012132241312200
Plan Expenditure413625453327467934465277
Fiscal Deficit490190 (4.8%)502858 (4.4%)512628 (4.1%)555649 (3.9%)

Source: Budget 2015; figures in Rs crore; fiscal deficit is as % of GDP

स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला कल्याण और आदिवासी उत्थान का भी वित्त मंत्री के भाषण में उल्लेख किया गया।

बजट 2014-15 में प्रत्यक्ष करों में छूट के कारण 22,200 करोड़ रुपये तक राजस्व नुकसान का अनुमान किया गया था और अप्रत्यक्ष करों में परिवर्तन की वजह से 7525 करोड़ रुपये तक लाभ का अनुमान था -यानि 14,675 करोड़ रुपये का कुल घाटा।

इस बार, प्रत्यक्ष करों में रियायतों की वजह से राजस्व में 8,315 करोड़ रुपये तक नुकसान और अप्रत्यक्ष करों में संशोधन के कारण 23,383 करोड़ रुपये तक लाभ हो सकता है - 15,068 करोड़ रुपये तक का कुल लाभ।

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