मुंबई: विश्व बैंक द्वारा आय के स्तर पर देशों का वर्गीकरण किया गया है। इसके अनुसार 46 देशों के साथ भारत अब भी निम्न-मध्यम आय वाला देश बना हुआ है, जबकि श्रीलंका वित्तीय वर्ष 2020 के लिए ऊपरी-मध्य-आय समूह में चला गया है। यह वर्गीकरण 1 जुलाई, 2019 को जारी किया गया है।

निम्न आय वर्ग से, वित्त वर्ष 1999 में श्रीलंका ने निम्न-मध्यम-आय वर्ग में प्रवेश किया था और इस वर्ष के ऊपरी-मध्य-आय समूह में जाने से पहले दो दशक तक इसी वर्ग में बना रहा, जैसा कि आंकड़ों से पता चलता है। वित्त वर्ष 2009 में भारत निम्न आय वर्ग से निम्न-मध्य आय वाला देश बना था।

एटलस पद्धति का उपयोग कर गणना करने वाले सकल राष्ट्रीय आय (जीएनआई) प्रति व्यक्ति (वर्तमान अमेरिकी $) के आधार पर विश्व बैंक अर्थव्यवस्थाओं का वर्गीकरण करता है। बैंक चार आय समूहों का उपयोग करता है: निम्न ($ 1,025 या उससे कम; 70,069 रुपये या उससे कम), निम्न-मध्य ($ 1,026 से $ 3,995; 70,137 रुपये से 2,73,098 रुपये ), ऊपरी-मध्य ($ 3,996 से $ 12,375; 2,73,167 रुपये से 8,45,955 रुपये ) और उच्च ($ 12,376 या अधिक; 8,46,023 रुपये या अधिक)।

218 अर्थव्यवस्थाओं में से 80 उच्च आय वर्ग में, 60 ऊपरी-मध्य में, 47 निचले-मध्य में और 31 निम्न-आय वर्ग में हैं। वर्गीकरण को हर साल जुलाई के पहले दिन अपडेट किया जाता है। इस वर्ष के वर्गीकरण के लिए इस्तेमाल किया गया जीएनआई प्रति व्यक्ति 2018 डेटा पर आधारित है।

देशों को सौंपे गए नए समूह, 2019-20

Source: World Bank, 2019

इस प्रकार वर्गीकरण का निर्धारण किया जाता है:

  • एक देश का जीएनआई प्रति व्यक्ति, जो आर्थिक विकास, मुद्रास्फीति, विनिमय दरों और जनसंख्या के साथ बदल सकता है। राष्ट्रीय खातों के तरीकों में संशोधन और डेटा भी प्रति व्यक्ति जीएनआई को प्रभावित कर सकता है।
  • वर्गीकरण थ्रेसहोल्ड, जिन्हें स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (एसडीआर) डिफ्लेटर का उपयोग करके मुद्रास्फीति के लिए समायोजित किया जाता है।

एसडीआर मुद्रास्फीति के कारण पिछले साल से सीमा में वृद्धि हुई है। 1 जुलाई, 2019 तक, नई सीमाएं हैं:

आय वर्गीकरण सीमा: जुलाई 2019 बनाम जुलाई 2018

Source: World Bank, 2019

उच्च आय सीमा 2018-19 के बाद से उधार दरों के लिए एक निर्णायक कारक है, इससे पहले आय वर्गीकरण ने उधार शर्तों को प्रभावित नहीं किया था।

विश्व बैंक की एक विज्ञप्ति में कहा गया, "सरचार्ज उन देशों की ऋण दरों के लिए लागू किया जाता है जिन्हें लगातार दो वर्षों से उच्च आय के रूप में वर्गीकृत किया गया है।"

भारत, इसके पड़ोसी और ब्रिक्स

मालदीव ($ 9,310 या 6,36,432 रुपये) और श्रीलंका ($ 4,060 या 2,77,542 रुपये) दक्षिण-एशिया में केवल दो देश हैं जो उच्च-मध्यम-आय वर्ग में हैं।

बांग्लादेश ($ 1,750 या 1,19,630 रुपये),भूटान ($ 3,080 या 2,10,549 रुपये) और पाकिस्तान ($ 1,580 या 1,08,009 रुपये) का साथ भारत ($ 2,020 या 1,38,087 रुपये) निम्न-मध्यम आय वर्ग में आते हैं, जबकि अफगानिस्तान ($ 550 या 37,598 रुपये) और नेपाल ($ 960 या 65,626) निम्न आय वर्ग की अर्थव्यवस्थाओं में से हैं।

आय स्तर के अनुसार दक्षिण एशियाई देशों का वर्गीकरण, 2019-20

Source: World Bank, 2019

साथी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं ( ब्रिक्स ) के बीच निम्न-मध्य-आय वर्ग में भारत एकमात्र देश है। अन्य - ब्राजील ($ 9,140 या 6,24,810 रुपये), रूस ($ 10,230 या 6,99,323 रुपये), चीन ($ 9,470 या 6,47,369 रुपये) और दक्षिण अफ्रीका ($ 5,720 या 3,91,019 रुपये)-ऊपरी-मध्य-आय वर्ग में हैं।

आय स्तर अनुसार ब्रिक्स देशों का वर्गीकरण

Source: World Bank

(मल्लापुर एक वरिष्ठ नीति विश्लेषक हैं और इंडियास्पेंड के साथ जुड़े हैं।)

यह आलेख मूलत: अंग्रेजी में 03 जुलाई को अंग्रेजी में indiaSpend.com पर प्रकाशित हुआ है।

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