बिहार: बीपीएससी परीक्षा को लेकर अभ्यर्थी और आयोग आमने-सामने, जानिए क्‍या है पूरा व‍िवाद

Update: 2024-12-31 08:40 GMT

पटना। बिहार की राजधानी पटना के आधिकारिक धरनास्थल के तौर पर शुमार किया जाने वाला गर्दनीबाग धरनास्थल पर इन दिनों खासी गहमागहमी है। बीपीएससी (बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन) या कहें कि बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में अनियमितता को लेकर अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को धीरे-धीरे 10 दिन से ज्‍यादा बीत चुके हैं। इस परीक्षा में 912 परीक्षा केंद्रों पर तीन लाख अस्सी हजार (3,80,000) अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, वहीं परीक्षा फॉर्म भरने वाले अभ्यर्थियों की संख्या चार लाख तिरासी हजार (4,83,000) थी।

प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की मुख्य मांग यह है कि 70वीं बीपीएससी की परीक्षा को रद्द किया जाए और आयोग फिर से परीक्षा करवाए। अभ्यर्थी यह मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि प्रदेश के सबसे बड़े व हाईटेक परीक्षा केंद्र के तौर पर शुमार ‘बापू सभागार’ में हुई अनियमितता और वहां फिर से परीक्षा कराए जाने पर स्वत: ही नॉर्मलाइजेशन लागू हो जाएगा और ऐसा होना तमाम परीक्षार्थियों के साथ भेदभाव है.। तो वहीं आयोग का कहना है कि किसी भी स्थित में परीक्षा रद्द नहीं होगी। आयोग की मानें तो कई अभ्यर्थी परीक्षा फिर से न कराए जाने को लेकर मेल संदेश भेज रहे हैं।
गौरतलब है कि इस बीच जब धरनारत अभ्यर्थियों ने 25 दिसंबर (क्रिसमस) के दिन बीपीएससी कार्यालय की ओर जाना चाहा, तब पुलिस ने उन पर बर्बर लाठीचार्ज किया। अभ्यर्थी चाहते थे कि वे आयोग के जिम्मेदार सदस्यों के समक्ष अपनी बात रखेंगे, तो वहीं प्रशासन ने प्रतिबंधित क्षेत्र और बिना परमिशन के मार्च का हवाला देते हुए उन्हें पीटा। अभ्यर्थियों की पिटाई की तस्वीरें और वीडियोज वायरल हैं।

बीपीएससी परीक्षा में कथित धांधली और अनियमितता को लेकर प्रदेश के तमाम विपक्षी दल और संबंधित दलों के नेतागण सरकार और आयोग पर हमलावर हैं। नेता प्रतिपक्ष ‘तेजस्वी यादव’ ने आयोग और सरकार पर हमलावर होते हुए कहा है कि ऐसा लगता ही नहीं है कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई संस्था काम कर रही है साथ ही उन्होंने आयोग के रवैये और सिर्फ एक परीक्षा केंद्र पर फिर से परीक्षा कराए जाने को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आयोग से सवाल पूछा है कि क्या ऐसा करना नॉर्मललाइजेशन नहीं है?

हालांकि अभ्यर्थियों के आंदोलन और धरनारत होने के साथ ही विपक्ष के सरकार पर हमलावर होने के बावजूद ऐसा लगता नहीं कि आयोग पूरी परीक्षा को रद्द करते हुए फिर से परीक्षा कराने के मूड में है। बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में पूरी परीक्षा रद्द नहीं होगी। आयोग अपने फैसले पर कायम है। मार्च तक मेंस की परीक्षा भी हो जाएगी। वहीं प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी भी पीछे हटने को तैयार नहीं।

वीडियो संपादन द्वारा: इंदल कश्यप


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