51 फीसदी भारतीय अब बीजेपी-शासित राज्यों में रहते हैं, 2017 में रहते थे 71 फीसदी भारतीय
मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तीन हिंदी राज्यों में ( मध्य प्रदेश (एमपी), राजस्थान और छत्तीसगढ़ ) में सत्ता खोने के साथ बीजेपी शासन के तहत आबादी में 254 मिलियन गिरावट हुई है। यह आंकड़े 2017 में लगभग 888 मिलियन (भारत की आबादी का 71 फीसदी) थी, जो दिसंबर 2018 में लगभग 634 मिलियन (आबादी का 51 फीसदी) हो गई है। अब बीजेपी की सरकार ( या सरकार का हिस्सा ) 16 राज्यों में है । 24 मई, 2014 में बीजेपी की सरकार सात राज्यों में थी। ये राज्य हैं - अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश।
A new India dawns... pic.twitter.com/h0F4Tl6uHT
— William Dalrymple (@DalrympleWill) December 12, 2018
अपने चरम पर, 21 राज्यों में बीजेपी की सरकारें (या सरकार का हिस्सा) थीं ।कल के चुनाव प्रदर्शन के बाद, 21 फीसदी आबादी के साथ, कांग्रेस के पास अब पांच राज्यों ( पंजाब, कर्नाटक, एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ ) की सरकार है या कांग्रेस सरकार का हिस्सा है। 2017 में कांग्रेस के लिए यह आंकड़ा दो राज्यों के साथ 7 फीसदी आबादी का था।
मिजोरम में कांग्रेस हार गई, जहां मिजो नेशनल फ्रंट ने 40 में से 26 सीटें जीतीं। तेलंगाना में, 88 सीटों के साथ मौजूदा तेलंगाना राष्ट्र समिति वापस सत्ता में आई है। सात राज्यों में अन्य पार्टियां सत्ता में हैं - आंध्र प्रदेश, केरल, ओडिशा, मिजोरम, तेलंगाना, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल। जम्मू-कश्मीर अभी राज्यपाल के शासन में है।
मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम ( जो भारत की आबादी के छठे या 15.2 फीसदी का गठन करता है ) में 678 सीटों में से कांग्रेस ने 305 सीटें जीतीं हैं , और बीजेपी ने 199 सीटें, जैसा कि चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चलता है। बीजेपी ने 2013 में जीती 180 सीटों को खो दिया, और कांग्रेस ने तीन राज्य विधानसभाओं ( राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ ) में 162 सीटों की बढ़त हासिल की है, जैसा कि चुनावी आंकड़ों पर इंडियास्पेंड द्वारा किए गए विश्लेषण में सामने आया है और जैसा कि हमने 12 दिसंबर, 2018 की रिपोर्ट में विस्तार से बताया है। 2013 में, तीन हिंदी राज्यों में बीजेपी ने 377 सीटें और कांग्रेस 118 जीती थी। 2013 में मिजोरम में बीजेपी की कोई सीट नहीं थी, और यह 2014 में बने तेलंगाना का पहला चुनाव था। इसका मतलब है कि बीजेपी ने 2013 में जीती 48 फीसदी सीटें गंवा दीं, और कांग्रेस ने 137 फीसदी की बढ़त हासिल की है, जैसा कि हमने रिपोर्ट में बताया है। मध्यप्रदेश में, में, बीजेपी और कांग्रेस का वोट शेयर क्रमश: 41 फीसदी और 40.9 फीसदी रहे। 2013 में, वोट शेयर 45 फीसदी और 36 फीसदी थे, जैसा कि हमने 12 दिसंबर, 2018 की रिपोर्ट में बताया है।
राजस्थान में, बीजेपी और कांग्रेस वोट शेयर 38.8 फीसदी और 39.3 फीसदी थे। 2013 में, बीजेपी का वोट शेयर 45 फीसदी और कांग्रेस का 33 फीसदी था।
छत्तीसगढ़ में, बीजेपी और कांग्रेस के क्रमश: 33 फीसदी और 43 फीसदी वोट शेयर दर्ज किए गए हैं। 2013 में, यह बीजेपी के लिए 41 फीसदी और कांग्रेस के लिए 40 फीसदी था।
लेख मूलत: अंग्रेजी में 12 दिसंबर 2018 को indiaspend.com पर प्रकाशित हुआ है।
हम फीडबैक का स्वागत करते हैं। हमसे respond@indiaspend.org पर संपर्क किया जा सकता है। हम भाषा और व्याकरण के लिए प्रतिक्रियाओं को संपादित करने का अधिकार रखते हैं।
"क्या आपको यह लेख पसंद आया ?" Indiaspend.com एक गैर लाभकारी संस्था है, और हम अपने इस जनहित पत्रकारिता प्रयासों की सफलता के लिए आप जैसे पाठकों पर निर्भर करते हैं। कृपया अपना अनुदान दें :