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सभी जिलों में ,2001 में (उपनगरीय) मुंबई या ग्रेटर मुंबई में ही महाराष्ट्र की कुल जनसंख्या का 8.3% रहता है जिसके अनुसार यह राज्य में सबसे बड़ा जिला है। लेकिन 2011 में पाया गया कि , ग्रेटर मुंबई के एक उपनगर,ठाणे में जनसंख्या के अनुपात में 9.8% के साथ राज्य की आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा रहता है।

जहां मुंबई की जनसंख्या पिछले पांच दशकों में दुगने से भी अधिक हो गई है, वहीं शहर में पिछले एक दशक में जनसंख्या वृद्धि में गिरावट भी आई है। ग्रेटर मुंबई दो जिलों, मुंबई और उपनगरीय मुंबई से मिल कर बना है। 2011 और 2001 के बीच दोनों में से मुंबई में, जनसंख्या की दशकीय वृद्धि दर में 5.75% की गिरावट देखी गई है । यह काफी हद तक इसलिए भी हुआ है क्योंकि आर्थिक गतिविधियाँ और आवास शहर के बीच की संकरी और पुरानी लेकिन महंगी जग्स से उत्तर की ओर विस्तृत होती जा रहीं हैं ।

मुंबई की शाखाओं -उपनगरीय जिला और ठाणे -ने पिछले एक दशक में महानगर के उभरते विस्तार को उसकी बढ़ती जनसंख्या के साथ कर लिया है ।

ग्रेटर मुंबई की आबादी 1971 से 2011 तक (मिलियन में)

शहर के प्रारूप को बनाने वाले 4 जिलों में-26 मिलियन की जनसंख्या के साथ- मुंबई के निकटवर्ती जिलों ने शहरी आबादी में सबसे अधिक वृद्धि देखी है जो कि मुंबई के शहरीकरण के विस्तार का संकेत सूचक है। पास के जिले, रायगढ़ ,के कुछ भाग भी उपनगरीय रेल नेटवर्क के माध्यम से मुख्य जिले से जुड़े हैं; इसलिए, इस जिले का इतना विस्तृत शहरीकरण हुआ है ।

शहरी जनसंख्या की वृद्धि दर: मुंबई और उसके पड़ोसी जिलों में (2001-2011)

आसपास के जिलों के विकास से पता चलता है की कैसे मुंबई का शहरी समुदाय मुख्य महानगर से बाहर की ओर विस्तृत हो रहा है । मुंबई की शहरी ढेर मुख्य महानगरीय क्षेत्र के बाहर से बढ़ रहा है कि कैसे आसपास के जिलों के विकास के इस विस्तार से पता चलता है। डेमोग्राफिआ वर्ल्ड अर्बन एरियाज (विश्व शहरी क्षेत्रों) की रिपोर्टकी रिपोर्ट मे दिए गए आंकड़ों के अनुसार दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 15 सबसे अधिक आबादी वाले शहरों के बीच, मुंबई की आबाद सबसे घनी है।

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Graphic Courtesy:The Guardian Cities

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