Jharkhand
खनन विस्थापन के कारण झारखंड के आदिवासी- मूल निवासी अपनी पैतृक भूमि छोड़ने को मजबूर
झारखंड में कोयला खनन ने आदिवासी व स्थानीय समुदायों को अपनी जमीन से उजड़ने पर मजबूर कर दिया है। वहीं, अन्य राज्यों से प्रवासी लोग खनन उद्योग द्वारा...
खाद्य सुरक्षा कानून के 10 साल बाद झारखंड में कितना सुरक्षित हुआ गरीबों का निवाला?
भूख या भूख जनित वजहों से होने वाली मौतों को लेकर चर्चा में आने वाले आदिवासी बहुल प्रदेश झारखंड में खाद्य सुरक्षा कानून को लागू हुए आठ साल हो चुके हैं।...