Jharkhand
झाड़-फूंक और झोलाछाप इलाज के चंगुल में फंसी झारखंड की बड़ी आबादी
झारखंड में ग्रामीण आबादी के हिसाब से स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या बहुत कम है। इसका नुकसान सीधे तौर पर लोगों को होता है और फायदा झाड़ फूंक करने...
झारखंड में भाषा आंदोलन: आखिर क्यों होने लगा है बिहारी बनाम झारखंडी?
राज्य के कई भागों में भोजपुरी, मगही और अंगिका को सरकारी नौकरियों के लिए जिला स्तरीय चयन प्रक्रिया में 'क्षेत्रीय भाषा' की श्रेणी में शामिल किये जाने...