मध्य प्रदेश का आदिवासी गाँव जो अपनी ज़मीन की लड़ाई और उसके रखरखाव की प्रेरणा देता है
सामाजिक सेक्टर

मध्य प्रदेश का आदिवासी गाँव जो अपनी ज़मीन की लड़ाई और उसके रखरखाव की प्रेरणा देता है

फुलर गांव ने वन अधिकार अधिनियम के तहत लामबंद होकर, 200 हेक्टेयर भूमि अपने निवासियों को दिलाई है और फिर श्रमदान के जरिए उस भूमि को उपजाऊ भी बनाया।